कर्नाटक में चल रहे राजनीतिक संकट का अभी तक अंत नहीं हुआ है। सोमवार को विश्वास मत पर लंबी चर्चा के बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 10 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। स्पीकर केआर रमेश कुमार ने मंगलवार शाम छह बजे तक बहुमत साबित करने को कहा है। इससे पहले दिन में उन्होंने कांग्रेस-जद-एस के बागी विधायकों को मंगलवार सुबह 11 बजे तक पेश होने का नोटिस जारी किया।
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बता दें, इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई है। इस बीच कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर कर विश्वास मत पर शीघ्र मतदान कराने की मांग की गई है। कनार्टक विधानसभा में रात भर चली बहस के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने शक्ति परीक्षण के लिए डेड लाइन दी है। स्पीकर ने कुमारस्वामी सरकार को मंगलवार शाम छह बजे तक बहुमत साबित करने का समय दिया गया है। भाजपा ने इस पर कहा, कि स्पीकर जानबूझ कर फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग को रोक रहे हैं।
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने जेडीएस के सभी 37 विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया था। इनमें उनकी पार्टी के तीन बागी विधायक नारायण गौड़ा, गोपालैया और एच विश्वनाथ भी शामिल हैं। जेडीएस ने कहा है, कि यदि विधायक विश्वास मत के खिलाफ वोटिंग करते हैं, तो दल बदल कानून के तहत उन्हें अयोग्य ठहराने की कार्रवाई की जाएगी। जबकि, इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि वह पार्टी में हैं, और सरकार के पक्ष में वोटिंग करेंगे।
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