भारत में लोक सभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान के लिए बहुत कम समय शेष है| भारत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में भी चुनावी दौर जारी है| ऑस्ट्रेलिया में शनिवार अर्थात 18 मई को आम चुनाव होंगे| ऑस्ट्रेलिया में मतदान को लेकर सबसे अहम् बात यह है, कि यहाँ अनिवार्य मतदान का नियम है| ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों के लिए मतदान करना अनिवार्य है, अन्यथा उन पर कठोर कार्यवाही के साथ ही जुर्माना लगाया जाता है।
बता दें, ऑस्ट्रेलिया सहित कुल 23 देश ऐसे है, जिनमें अनिवार्य मतदान का प्रावधान है| ऑस्ट्रेलिया में अनिवार्य वोटिंग का नियम 1924 में बनाया गया था| इस नियम को लागू करनें के बाद से 91 प्रतिशत से कभी कम मतदान नही हुआ, साथ ही लोगो नें देश की राजनीति में बढ़-चढ़ कर भाग लेना शुरू कर दिया है|
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मतदान ना करने पर क्या है प्रावधान
ऑस्ट्रेलिया में मतदान करनें के लिए आयु 18 वर्ष निर्धारित है| यहाँ मतदान ना करनें पर लगभग 20 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 1000 रुपए) का जुर्माना लगाया जाता है, साथ ही उन्हें कोर्ट के चक्कर भी काटने पड़ सकते हैं।
अनिवार्य वोटिंग का महत्व
यहाँ के नागरिक अनिवार्य वोटिंग को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं। जिसके कारण अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (55%) और यूके (70%) के मुकाबले वहां वोटिंग प्रतिशत काफी बेहतर रहता है। वर्ष 1994 में यहाँ लगभग 96.22% तक मतदान हो चुका है। सबसे अहम् बात यह है, कि 95 वर्षों के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया में वोटर टर्नआउट कभी 91% के नीचे नहीं गया।
मतदाताओं के लिए होती है समुचित व्यवस्था
ऑस्ट्रेलिया में अनिवार्य मतदान के नियमों को देखते हुए मतदाताओं के लिए सुविधाओं का विशेष प्रबंध किया जाता है| दिव्यांग, दिमागी बीमारी से पीड़ित या अन्य समस्याओं से ग्रसित लोगो के लिए अर्ली वोटिंग (समय पूर्व मतदान) जैसी सुविधाए दी जाती है|
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