आखिरकार स्वतंत्रता के 59 साल के बाद भारत के लोकपाल का चयन हो ही गया| भारत के लोकपाल का चयन पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और भारत के मुख्य न्यायधीश जस्टिस रंजन गोगोई और प्रख्यात कानूनविद् मुकुल रोहतगी की समिति ने मिलकर किया है|
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बता दें, कि भारत में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने से से ठीक पहले इस पद पर देश के पहले लोकपाल के रूप में सेवानिवृत्त जज जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को नियुक्ति किया गया है| लोकपाल पद पर आसीन व्यक्ति सरकारी पदों पर आसीन व्यक्तियों द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायतें सुनने के बाद उस पर कार्यवाही करने का अधिकार प्राप्त है|
जानकारी देते हुए बता दें, कि भारत के पहले लोकपाल के रूप में सेवानिवृत्त जज जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष का चयन किया गया है| इसके पहले वह आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे चुके है| सेवानिवृत्त के बाद जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष ही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के सदस्य भी थे|
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