इस बार केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं और 12वीं का रिजल्ट समय पर ही जारी कर दिया था | इस बार बोर्ड ने समय पर रिजल्ट जारी करने के लिए काफी अच्छी तैयारी पहले से ही कर ली थी | बोर्ड ने 4 अप्रैल को परीक्षा समाप्त होने के बाद 16 दिन में 1.67 करोड़ कॉपियां चके करवाई, इसके अलावा मूल्यांकन में कोई भी गलती या भूल न हो इसके लिए भी पूरी तैयारी कर रखी थी| सीबीएसई बोर्ड के प्रत्येक अभ्यर्थी की एक-एक कॉपी 12 -12 अध्यापकों ने चेक की है |
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इस साल बोर्ड ने कॉपियां चेक करने के लिए 1.5 लाख से अधिक जांचकर्ता रखे थे | जिसमें 1.1 लाख पेपर जांचने वाले अधिकारी 3,000 केंद्रीयकृत सेंटरों पर तैनात थे। इसके बाद जब सोशल साइंस और फिजिकल एजुकेशन की कॉपी का मूल्यांकन हुआ, तो उसमें 1.1 लाख जांचकर्ताओं ने एक ही दिन में 18 लाख कॉपियां जांच लीं थी|
सीबीएसई अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि, “कॉपियों की जांच के लिए पहली बार मूल्यांकन चार्ट बनाया गया था। वहीं सीबीएसई कंट्रोलर ऑफ इग्जामिनेशन संयम भारद्वाज ने कहा, ‘दो जांचकर्ता जांच के बाद एक-दूसरे की आंसरसीट का क्रॉस वेरिफिकेशन करते थे। यानी चार जांचकर्ताओं ने 100 आंसरसीट चेक किया और एक हेड इग्जैमिनर और तीन असिस्टेंट हेड इग्जैमिनर के अंदर ऐसा 300 आंसरसीट के साथ हुआ।’
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