सरकार ने जो कल छोटी बचत योजनाओ पर ब्याज दरें काम की थी उसे आज वापिस ले लिया है। अब आप को बता दें कि सभी छोटी बचत योजनाओ पर पुरानी ब्याज दर यानी 2020-21 की दरें ही लागू की जाएगी। कल सरकार द्वारा छोटी बचत योजनाओ पर ब्याज दरों में कमी करके आम लोगों को बड़ा झटका दिया था। सरकार द्वारा बचत खातों, पीपीएफ, टर्म डिपॉजिट, आरडी से लेकर बुजुर्गों के लिए बचत योजनाओं तक पर ब्याज दरों में कटौती की गयी थी। बताया गया था कि 1 अप्रैल से नई दरें लागू हो जाएंगी और 30 जून 2021 तक प्रभावी रहेंगी। हालांकिं, सरकार ने इस फैसले को आज वापस ले लिया है।
सरकार द्वारा ब्याज दरें कटौती
सरकार द्वारा बचत खातों में जमा धन राशि पर वार्षिक ब्याज को घटाकर 4 फीसदी से 3.5 फीसदी कर दिया था। अब तक पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) पर 7.1 फीसदी वार्षिक ब्याज को घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया था। एक वर्ष के लिए जमा धन राशि पर तिमाही ब्याज दर को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी कर दिया था। वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाओं पर अब 7.4 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी तिमाही ब्याज देने के लिए निर्देश जारी की गयी थी।
एक साल हेतु टर्म डिपॉजिट के लिए ब्याज दर 5.5 फीसदी की जगह 4.4 फीसदी ब्याज दर, 2 साल हेतु जमा राशि के लिए ब्याज दर 5.5 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी ब्याज दर, 3 साल हेतु जमा राशि के लिए ब्याज दर 5.5 फीसदी से घटाकर 5.1 फीसदी ब्याज दर, 5 साल हेतु जमा राशि के लिए ब्याज दर 6.7 फीसदी से घटाकर 5.8 फीसदी ब्याज दर कर दिया गया था। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पर ब्याज दर 6.8 फीसदी से घटाकर 5.9 फीसदी ब्याज दर, किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 6.9 फीसदी से घटाकर 6.4 फीसदी ब्याज दर और सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 7.6 फीसदी से घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया गया था। अब फिर से पुरानी दरें मानी जाएंगी जो 31 मार्च 2021 में मानी जा रही थी ।
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