गोवा में ‘सियासी ड्रामा’, रातों – रात बीजेपी में सहयोगी दल का हुआ ‘विलय’ – जानिए क्या है पूरा माजरा

लोकसभा चुनाव से पहले 26 मार्च को गोवा में आधी रात के बाद ‘सियासी ड्रामा’ हुआ| महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) का मंगलवार देर रात 1:45 भाजपा में विलय हो गया| गोवा विधानसभा में एमजीपी के 3 विधायक हैं, इनमें से दो विधायक मनोहर अजगांवकर और दीपक पावस्कर भाजपा में शामिल हो गए| गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने बताया, कि बुधवार दोपहर 12 बजे गर्वनर के सामने इन दोनों विधायको को शपथ दिलाई जाएगी|

Advertisement

यह भी पढ़े: भाजपा ने इस चुनाव के सबसे युवा चेहरे को मैदान में उतारा, जिनकी तारीफ PM मोदी भी कर चुके हैं

बता दें, कि इनकी पार्टी में कुल तीन विधायक हैं| जिनमें से दो विधायकों ने एक पत्र पर अपने हस्ताक्षर करने के बाद स्पीकर माइकल लोबो को दिया, परन्तु उनमें से एक विधायक ने उस पत्र पर अपने हस्ताक्षर नहीं किये| पत्र पर हस्ताक्षर न करने वाले विधायक इस समय बीजेपी सरकार में सहयोगी दल के कोटे से डिप्टी सीएम हैं, जिनका नाम सुदिन धवलीकर हैं|

जानकारी देते हुए बता दें, कि एमजीपी विधायक मनोहर अजगांवकर और दीपक ने विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र देते हुए कहा, कि हम महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी का बीजेपी में विलय करने के लिए पूरी तरह से सहमत हैं| वहीं गोवा के डिप्टी स्पीकर और बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने एमजीपी के टूटने की पुष्टि की है, और कहा कि दो तिहाई विधायकों ने अलग पार्टी बनाकर बीजेपी में विलय कर लिया है| संविधान के मुताबिक, सभी औपचारिकताएं भी पूरी हो गई हैं|

यह भी पढ़े: बीजेपी की नई 10वीं लिस्ट में वरुण गांधी, मेनका गांधी और जया प्रदा सहित 39 लोगों के नाम शामिल

Advertisement