अपने बेबुनियाद बयानों की वजह से अक्सर आजम खान सुर्ख़ियों में रहते हैं वहीं अब समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही इनकी और भी मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं | इसके अलावा आजम पर और भी कई आरोप लगाते हुए प्रशासन ने उन्हें भूमाफिया घोषित दिया गया था इसके बाद अब उन्हें हिस्ट्रीशीटर भी घोषित किया जा सकता है।
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वही जानकारी देते हुए बता दें कि, इस साल अप्रैल महीने से आजम खान के खिलाफ अब तक 72 मामले दर्ज किये जा चुके हैं। रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह के मुताबिक, आजम खान के खिलाफ दर्ज अधिकतर मामले आपराधिक हैं, जिनमें जबरन जमीन कब्जाने और चोरी के मामले शामिल हैं। ऐसे में हमने उनकी हिस्ट्रीशीट खोलने का फैसला किया है।’
अभी गुरूवार 8 अगस्त को आजम खान के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के तहत आजम खान और जिला नगरपालिका के एक पूर्व अधिकारी को नामजद कर दिया गया है। दोनों पर आरोप है कि, उन्होंने शत्रु जमीन पर कब्जा किया और उसे जौहर यूनिवर्सिटी का हिस्सा बनाया। आजम खान इस जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं।’
वहीं आजम खान के सहयोगी और रिटायर्ड डिप्टी एसपी आले हसन खान पर भी कई आरोप लगाए गए लेकिन अभी वो पुलिस की नजरों में नहीं आये हैं पुलिस जगह-जगह छापेमारी करते हुए आरोपियों की तलाश जारी रखें है। आजम खान के बेटे और सपा नेता मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खान का इस पूरे मामले पर कहना है कि, रामपुर जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस हमारे करीबी लोगों को निशाना बना रहे हैं। मेरे पास जो जानकारी है, उसके मुताबिक, जो केस दर्ज किए गए हैं, वो गलत आरोपों के आधार पर दर्ज किए गए हैं और हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे और इन एफआईआर को रद्द करने की मांग करेंगे।
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