शनिवार 27 मई को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में शामिल हुए| जिसके बाद राहुल ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मिली करारी हार को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस इन राज्यों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी।
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इसके बाद बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि, राहुल इस बात से ज्यादा नाराज थे, कि कांग्रेस शासित राज्यों में पार्टी की इतनी बुरी हार हुई है, उन्होंने हार के कुछ कारणों का भी उल्लेख किया और कहा कि हम इससे कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे।’
पार्टी सूत्रों का कहना है, कि राहुल ने जब अपने पद से इस्तीफा पेश करते हुए कहा कि पार्टी किसी दूसरे नेता को अध्यक्ष चुन ले, तभी वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि, दक्षिण भारत के लोग आपसे बहुत मोहब्बत करते हैं। आपने इस्तीफा दिया तो, दक्षिण में कुछ लोग आत्महत्या भी कर सकते हैं। बैठक में उपस्थित सभी नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष से इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया। “
वहीं मौजूद एक सदस्य ने जानकारी देते हुए बताया, कि राहुल ने कहा कि अहम मुद्दे खासकर राफेल को जमीनी स्तर पर ले जाने में सफलता नहीं मिली है। हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने बैठक में जब अपने पद से त्यागपत्र की पेशकश की, तो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। एक नेता ने कहा, कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष जल्द पार्टी में आमूलचूल बदलाव करेंगे।
राहुल ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के प्रति भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है | नेता ने कहा कि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, कि कई नेताओं ने बेटों के हितों को पार्टी हित से अधिक तरजीह दी।
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