धनतेरस पर कौन सी चीजे खरीदना माना जाता है शुभ, जानिए इस दिन बर्तन खरीदने की परम्परा कब शुरू हुई

हिन्दू धर्म में दीपावली का विशेष महत्व होता है| दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का भी त्यौहार मनाया जाता है| इस त्यौहार को ‘धनवंतरि त्योदशी’ भी कहा जाता है| इस दिन देव वैद्य धनवंतरि और कुबेर जी की पूजा करने का विधान है| कुबेर जी को लक्ष्मी जी के खजांची के रूप में माना जाता है| इसके साथ ही धनतेरस को  सोने- चांदी की कोई चीज या नए बर्तन खरीदने  का विधान होता है| माना जाता है कि, इस दिन  सोने- चांदी की कोई भी वास्तु खरीदना शुभ माना जाता है| इस दिन सभी लोग  बाजारों में समान  खरीदने के लिए जाते है| इसलिए आप भी जानिये कि, धनतेरस पर कौन सी चीजे खरीदना शुभ माना जाता है और इस दिन बर्तन खरीदने की परम्परा कब शुरू हुई है?

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धनतेरस पर क्या खरीदें 

1. धनतेरस वाले दिन लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति  खरीदा लें और इसके बाद दीपावली के दिन इसी  की पूजा करें|

2.इस दिन अधिकतर लोग नयी गाड़ी खरीदते हैं क्योंकि, इस दिन नई वस्तुएं खरीदना काफी शुभ माना जाता है, इसलिए आप धनतेरस के दिन बिना विचार के गाड़ी खरीद सकते है|    

3.धन तेरस को स्वर्ण और चांदी की वस्तुएं खरीदना बहुत ही शुभ कहलाता है|

4.धनतेरस के दिन सफेद या लाल रंग के कपडे खरीदने चाहिए| 

5.इस दिन दक्षिणवर्ती शंख, कमलगट्टे की माला, धार्मिक साहित्य या रुद्राक्ष की माला  भी खरीदना रिवाज होता है | इसके साथ ही प्राणप्रतिष्ठित रसराज पारद श्री यंत्रम घर में लाना भी  शुभ माना जाता है|

6.इस दिन भगवान धनवंतरि की पूजा की जाती है, इसलिए इस दिन औषधि भी खरीदना शुभ माना जाता है|

7.धनतेरस के इस शुभ अवसर पर  स्टील और पीतल के बर्तन अधिक संख्या में खरीदे जाते है क्योंकि यह इस दिन बेहद शुभ माना जाता है|

8.धनतेरस के अवसर पर झाड़ू खरीदना भी काफी शुभ होता है, क्योंकि इस दिन घर में झाड़ू लाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है|

9.धनतेरस के दिन नमक भी खरीदा जाता है, क्योंकि नमक खरीदने से घर में धन और सुख शांति का निवास होता है|

धनतेरस को ये चीजें खरीदना चाहिए 

दीपावली के दो दिन मनाने जाना वाला इस धनतेरस त्यौहार पर स्वर्ण और चाँदी के आभूषण  खरीदना चाहिए| आप सोने चांदी में चाँदी का सिक्का खरीद सकते है| वहीं अधिकतर लोग धनतेरस पर बर्तन खरीदते है, इस दिन लोग जो भी  वस्तुएं खरीदकर अपने घर ले जाते हैं वो दीपावली  के दिन उनकी पूजा करते है| इसके साथ ही  इस दिन लक्ष्मी जी व गणेश जी की चांदी की प्रतिमाओं को घर लाना बहुत ही  शुभ कहलाता  है, घर- कार्यालय, व्यापारिक संस्थाओं में इस दिन मूर्ति लाना धन, सफलता व उन्नति को बढाता है|

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इस दिन बहुत से लोग शंख खरीदना भी काफी शुभ मानते है, इसलिए जो लोग इस दिन शंख को खरीदे तो वो खरीदने के बाद इसे सुरक्षित स्थान पर रखे और पूजा के समय इसे भगवान् को समर्पित कर दें| इसके बाद  प्रतिदिन पूजा के समय उसे बजाना चाहिए| वहीं, शास्त्रों के मुताबिक जिस घर में रोज पूजा में शंख बजाया जाता है, इस घर पर कभी भी मुसीबत नहीं आती|

इस दिन मान्यता है कि, “लक्ष्मी जी को कौड़ियां बहुत पसंद है, इसलिए धनतेरस पर कौड़ियां खरीदना काफी शुभ माना जाता है|

धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परम्परा कब शुरू हुई?

धनतेरस को धन्वंतरी जी का जन्म हुआ था, इसलिए यह दिन धन्वंतरी जी का जन्म दिवस का है| धन्वंतरी जी को हिन्दू धर्म में देवताओं के वैद्य के रूप में मान्यता प्राप्त है| इस दिन कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि होती है, इसलिए इस तिथि को ही धन त्रयोदशी या धनतेरस कहा जाता है| वहीं धातु में धन्वंतरी जी को सबसे प्रिय पीतल है, इसलिए इस दिन अधिकतर लोग पीतल के बर्तन खरीदते है|    

धनतेरस पर खरीदारी के  शुभ मुहूर्त

सुबह 10:30 बजे से 1:30 तक

शाम 7:30 बजे से 9 बजे तक

धनतेरस के दिन ऐसे की जाती है पूजा 

1.इस दिन पूजा करने के लिए सबसे पहले मिट्टी का हाथी और धन्वंतरि भगवानजी की फोटो स्थापित की जाती है|

2.इसके बाद भगवान जी को चांदी या तांबे के छोटे चम्मच से जल चढ़ाया जाता है|

3.फिर भगवान गणेश का ध्यान करते हुए पूजा की जाती है|

4.इसके साथ ही इस दिन हाथ में अक्षत-फूल लेकर भगवान धन्वंतरि का ध्यान किया जाता है|

5.पूजा सम्पन्न होने के बाद भगवान को प्रणाम करके उठना चाहिए|

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