आखिर क्यों कर रही मारुति सुजुकी डीजल कारों का प्रॉडक्शन बंद, समझिये इन 10 बड़ी बातों से

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देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी डीजल गाड़ियां बनाना बंद करने जा रही है| यह देश की सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका कब्जा लगभग 51 फीसदी कार मार्केट पर है। इस कम्पनी ने वर्ष 2018-19 में लगभग 4 लाख डीजल गाड़ियों को बेचा है| तो जानिये कि आखिर क्यों मारुति सुजकी डीजल कारों का प्रॉडक्शन बंद कर रही है?

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बता दें, कि अगले साल से लागू होने वाले BS6 एमिशन नॉर्म्स से जुड़ी मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट काफी होने की वजह से कंपनी ने डीजल कारें न बनाने का फैसला किया है, इसलिए आप भी समझिये इन 10 बड़ी बातों से कंपनी के बारे में |

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1.मारुति जेन में डीजल इंजन

अभी दो साल पहले ही कम्पनी ने डीजल इंजन वाले अपनी मारुति सुजुकी कारों को लॉन्च किया था |सबसे पहले 1998 में मारुति जेन (ZEN) में डीजल इंजन का प्रयोग किया गया था |  

2.अभी 8 मॉडल में डीजल का इस्तेमाल

कंपनी अपने 8 मॉडल में अभी डीजल वाले इंजन का ऑफर देती है। इनमें से 6 मॉडल ऐसे हैं जिनमें डीजल और पेट्रोल दोनों का इस्तेमाल किया जाता हो और दो (Brezzaऔर S-Cross SUV) में सिर्फ डीजल ही डाला जाता हैं| 

3.इन कारों में डीजल-पेट्रोल का प्रयोग 

स्विफ्ट, बलेनो, डिजायर, अर्टिगा MPV, सियाज सेडान और लाइट-कमर्शल वीइकल सुपर कैरी इनमें पेट्रोल और डीजल दोनों ही डाला जाता है |

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4. डीजल कारों के बंद होने का किया ऐलान

मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने डीजल कारों के फ्यूचर के बारे में बताते हुए कहा, ‘अगले साल अप्रैल से मारुति के पास सेल के लिए कोई डीजल कार नहीं होगी। जिन लोगों को डीजल कारों से प्यार है, उन्हें अभी ये कार खरीद लेनी चाहिए। यह उनके लिए आखिरी मौका है।’ 

5.दिसंबर से बंद हो सकता है प्रॉडक्शन

कंपनी 2019 के अंतिम महीने मतलब कि दिसम्बर तक डीजल वेरियंट्स का प्रॉडक्शन बंद कर सकती है, क्योंकि अप्रैल 2020 से नए और सख्त BS-VI नॉर्म्स लागू हो जाएगा जिसके बाद पुराना और बचा हुआ स्टॉक बेचने की इजाजत नहीं दी जायेगी |

6.डीजल से इसलिए हट गया मन

अप्रैल 2020 में छोटी कारों में BS-VI नॉर्म्स के लागू हो जाने से डीजल इंजन को अपग्रेड करने का खर्च बहुत अधिक है। वहीं भार्गव के अनुसार, कीमत में बढ़ोत्तरी के बाद ग्राहकों के लिए डीजल इंजन वाली कारें व्यवहारिक नहीं बचेंगी |

7.डीजल कार का भविष्य नहीं आ रहा नजर

पिछले कुछ सालों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर कम होने की वजह से डीजल कारों का मार्केट लगातार गिरता जा रहा है | 

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8.मारुति के फैसले से ऑटो सेक्टर में हलचल 

मारुति सुजुकी के इस फैसले के बाद अब दूसरी ऑटोमोबाइल कंपनियों में तेजी से हलचल मच गई है क्योंकि अब उन्हें अपनी योजनाओं पर दोबारा सोच-विचार करना पड़  सकता है। इस समय महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स और टोयोटा को डीजल मॉडल्स से बड़ा वॉल्यूम प्राप्त हो रहा है।

9.मारुति का अधिक फोकस CNG पर 

मारुति सुजुकी, अब डीजल कारों की पूर्ती करने के लिए कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) और हाइब्रिड टेक्नॉलजी से चलने वाली कारों पर अपना अधिक फोकस रखेगी

10- SUV/UV में डीजल वेरियंट्स सबसे अधिक

वित्त वर्ष 2018-19 में देश में बिकी डीजल मॉडल्स की बिकने वाली कारें19 फीसदी थी, और2012-13 में 47 फीसदी के लगभग थी |वहीं अभी भी SUV/UV सेगमेंट में डीजल वेरियंट्स का प्रभाव है। 

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