विकिलीक्स क्या है? जानिए इससे जुड़ी बहुत ही ख़ास और दिलचस्प बातें जो आपको होनी चाहिए मालूम

0
437

विकीलीक्स एक ऐसी वेबसाइट है, जो विभिन्न देशों, सरकारों और उनकी नीतियों से सम्बंधित महत्वपूर्ण खुफ़िया जानकारियों को इंटरनेट पर उपलब्ध करानें का कार्य करती है| यह ऐसी जानकारियां होती है, जो आम तौर पर लोगों को उपलब्ध नहीं होती हैं| विकीलीक्स उसी वक्त से विवादों में घिरा है, जब यह पहली बार दिसंबर 2006 में इंटरनेट पर दिखाई पड़ा। इस वेबसाइट का दावा है, कि उसके पास 10 लाख से भी ज्यादा गुप्त दस्तावेज हैं।

Advertisement

ये भी पढ़े: विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के बारे में विस्तृत जानकारी

 विकिलीक्स के संस्थापक

विकिलीक्स की स्थापना 2006 में जूलियन असांजे ने की थी।  असांजे का जन्म उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में वर्ष 1971 में  हुआ था| इनके द्वारा किये गये कार्यों के लिए इन्हें अनेक अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका हैं| वर्ष 2008 में द इकॉनोमिस्ट का अवॉर्ड, 2010 में इन्हें टाइम पर्सन ऑफ द ईयर और सैम एडम्स अवॉर्ड से नवाजा गया|

इसके साथ ही जूलियन असांजे को कई और बड़े अवॉर्ड प्राप्त हुए है, परन्तु यह कुछ और करना चाहते थे|  इसके पश्चात उन्होंने वर्ष  2006 में कुछ कंप्यूटर कोडिंग की अच्छी जानकारी रखनें वाले लोगो को अपने साथ लेकर विकीलीक्स की शुरुआत की, जिसका मुख्य कार्य कंप्यूटर हैक करने वाले दस्तावेजों को जारी करना था|

विकिलीक्स विवादों में घिरा

वर्ष 2007 में विकिलीक्स नें सबसे पहले दुनिया का ध्यान अपनी ओर उस समय आकर्षित किया, जब ग्वांतानामो बे में रह रहे अमेरिकी जेल गार्ड्स के लिए बने नियमों को जारी किया। वर्ष  2010 में विकिलीक्स ने द न्यू यॉर्क टाइम्स, द गार्जियन, डेर स्पाइगेल, ले मोंडे और अल पाइस के साथ काम किया और लाखों गोपनीय राजनीतिक दस्तावेजों को सार्वजानिक  किया। अभी तक विकिलीक्स ने राजनीतिज्ञों, सरकारों और संगठनों से सम्बंधित लगभग एक करोड़ से अधिक दस्तावेज और इनसे जुड़े विश्लेषण लीक किए हैं।

विकिलीक्स में अमेरिका से लेकर यूरोप, चीन, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट तक की सरकारों के गोपनीय दस्तावेजों को लीक किया। परन्तु कुछ समय बाद विकिलीक्स ने अमेरिका से जुड़े दस्तावेजों को लीक करने का सिलसिला बढ़ा दिया। विकिलीक्स ने 2016 में अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी के अधिकारियों के उन ईमेल्स को रिलीज कर हलचल मचा दी थी, जिनमें प्रेजिडेंशल प्राइमरी चुनावों में लेफ्ट-विंग के बर्नी सेंडर्स की जगह हिलेरी क्लिंटन को समर्थन देने और बड़े पद पर बैठे पार्टी मेंबर्स से इस्तीफा देने को कहा गया था।

विकिलीक्स के लिए सबसे बुरा समय उस समय आया, जब संस्थापक असांजे का नाम कई स्कैंडल में आया। समर्थकों द्वारा एक हीरो और आलोचकों द्वारा एक ‘तिकड़मबाज’ करार दिए गए, असांजे ने 2012 से लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास में शरण ले रखी थी, उन पर स्वीडन में रेप के आरोप लगे थे। 

ये भी पढ़े: जूलियन असांजे को ब्रिटिश पुलिस द्वारा लंदन में क्यों किया गिरफ्तार

स्नोडेन और मैनिंग

वर्ष 2010 में अमेरिकी डिप्लोमेटिक डॉक्युमेंट्स के लीक होने के बाद, दुनियाभर में सरकारों को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। विकिलीक्स को यह  7,00,000 गोपनीय दस्तावेज अमेरिकी सिपाही मैनिंग चेल्सिया ने दिया था। जिसके लिए मैनिंग को 2013 में 35 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई और 2017 में 3 साल की सजा काटने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। मार्च 2019 में उन्हें उस समय दोबारा जेल भेज दिया गया, जब उन्होंने विकिलीक्स को टारगेट करने वाली एक ग्रैंड ज्यूरी की जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया।

संस्थापक का दिलचस्प जीवन

विकीलीक्स की सूचनाएँ जितनी सनसनीखेज होती हैं, विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे का जीवन भी उतना ही दिलचस्प है। आमतौर पर उनके पास दो पिट्ठू बैग रहते हैं, एक बैग में उनके कपड़े और दूसरे में उनका लैपटॉप होता है। उनका कहना है, कि दुनिया में जहाँ भी उन्हें युद्घ संबंधी सूचना मिलने की संभावना रहती है, वह वह चल पड़ते हैं। असांजे के अतिरिक्त  वेबसाइट को चलाने के लिए 9 सदस्यों की एक सलाहकार समिति भी है, और दुनियाभर में लगभग  800 स्वयंसेवक सूचनाएँ एकत्र करके पहुँचाते हैं।

ये भी पढ़े: दुनिया की चौथी सबसे बड़ी महाशक्ति बना भारत

Advertisement