Home Religion & Spiritual भाग्योदय कब होगा – ऐसे जान सकते हैं आप, जानिए इस सवाल...

भाग्योदय कब होगा – ऐसे जान सकते हैं आप, जानिए इस सवाल का जवाब यहाँ विस्तार से

0
542

दुनिया में सभी लोग अपने आप को ऊँचाइयों पर पहुंचाना चाहते हैं | जिसके लिए कुछ लोग प्रयास भी करते हैं, और उन ऊँचाइयों को छूने में सफल भी हो जाते हैं| वहीं कुछ ऐसे होते व्यक्ति हैं, जो मेहनत तो बहुत करते हैं, लेकिन चाहते हुए भी अपने काम को पूरा नहीं कर पाते हैं, और वहीं कुछ लोग बहुत कम मेहनत करके भी उस काम को पूरा कर लेते है|

बता दें कभी-कभी ऐसा इस लिए भी हो जाता जब हमारा भाग्य हमारा साथ नहीं देता है | आप अक्सर देखते होंगे, कि जो काम आप मेहनत करने के बावजूद भी नहीं कर पाते हैं, वो कोई और व्यक्ति थोड़ी सी मेहनत करके कर लेता है | तो आप सोच रहें होंगे कि आखिरकार ऐसा क्यों होता है? तो जानिये यहाँ इस सवाल का विस्तार से जवाब –

इसे भी पढ़े: हनुमान चालीसा पाठ करने से होता है बल, बुद्धि, विद्या का होता है विकास

यदि किसी व्यक्ति का भाग्य गुरु हो तो 16वें वर्ष में, सूर्य हो तो 22वें वर्ष में, चन्द्रमा हो तो 24वें वर्ष में, शुक्र हो तो 25वें वर्ष में, मंगल हो तो 28वें वर्ष में, बुध हो तो 32वें वर्ष में और शनि हो तो 36 वर्ष में हमारा भाग्योदय होता है |

सिंह राशि का मंगल

बता दें कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में सिंह राशि का मंगल कुंडली के 9वें और 10वें घर में होता है तो इस तरह केलोगों को अपने जीवन करियर में बहुत जल्द सफलता हासिल हो जाती है |

ऐसे बनता है प्रबल योग

यदि आपकी कुंडली में शनि और गुरु नवम भाव में विराजमान है तो इससे ये ग्रह भाग्योदय को प्रबल बना देते हैं |

तीसरा और दसवां घर

कोई –कोई व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली होता है जैसे कि किसी व्यक्ति के ग्रह तीसरे या दसवें घर में विराजमान होते हैं वो लोग बहुत अधिक भाग्यशाली होते हैं |

कुंडली में गुरु और शनि

वहीं जिस व्यक्ति की कुंडली में शनि और गुरु होते हैं वह व्यक्ति 21 से 22 साल में ही अपने जीवन में तरक्की पाने के लिए कमाने लगता है |

गुरु-मंगल और और शुक्र की स्थिति में

जिसके कुंडली में गुरु मेष राशि में मंगल मकर राशि में और शुक्र कुंडली के 9वें स्थान पर विराजमान होता है वह मनुष्य अपने करियर में बहुत तरक्की करता है |

ऐसे मनुष्य को प्राप्त होता है वैभव

जब कुंडली में सूर्य और चन्द्रमा कर्क राशि में, शुक्र 8वें स्थान में, मंगल 11वें घर में होता है तो ऐसे मनुष्य को अपने जीवन में चारों तरफ से वैभव प्राप्त होता है |

इसे भी पढ़े: मां दुर्गा के 108 नामो से मिलता है हजार गुना सुख-संपत्ति और सफलता का वरदान