उत्तर प्रदेश : अगर मार्कशीट नहीं है तो बीएड काउंसलिंग में नहीं ले पाएंगे भाग – जानिए पूरी बात यहाँ

0
298

उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने के संयुक्त बीएड परीक्षा का आयोजन किया गया था| जिसके परिणाम के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है| इस काउंसलिंग में स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा देने वाले छात्र- छात्राओं को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है| इसका कारण रुहेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा काउंसलिंग में शामिल होने के लिए मार्कशीट का अनिवार्य करना है| अभी तक कई विश्वविद्यालयों के द्वारा बीए, बीएससी व बीकॉम का रिजल्ट जारी नहीं किया गया है|

Advertisement

ये भी पढ़ें: UP Bed Counseling 2019: बीएड काउंसिलिंग के पहला चरण शुरू, ऐसे करे रजिस्ट्रेशन

उत्तर प्रदेश में बीएड की 2.12 लाख सीटों के लिए काउंसलिंग शुरू की गयी है| काउंसलिंग के पहले दिन 20 हजार छात्र- छात्राओं ने अपना रजिस्ट्रेशन किया है| इस रजिस्ट्रेशन में सबसे जटिल समस्या मार्कशीट को लेकर है| रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने बीएड की 50 प्रतिशत की आर्हता जांचने के लिए काउंसलिंग के समय ही मार्कशीट को अपलोड करने का निर्देश दिया है| अंतिम वर्ष के छात्रों के पास अभी तक यह मार्कशीट उपलब्ध नहीं हो पायी है, जिससे वह इस काउंसलिंग में भाग नहीं ले पा रहे है|

ये भी पढ़ें: 12th के बाद भी अब कर सकते है बीएड, एनसीटीई ने लगाई इस पर मुहर

इस समस्या के समाधान के लिए कई छात्रों ने यूनिवर्सिटी से संपर्क किया, तो विश्वविद्यालयों ने रुहेलखंड विवि के राज्य समन्यवक प्रो. बीआर कुकरेती से इस पर अपनी देने का आग्रह किया| जिस पर उन्होंने कहा कि “सभी विश्वविद्यालय ऑनलाइन रिजल्ट जारी कर इंटरनेट की कॉपी सर्टिफाइड करके छात्रों को दे दें” | इसके बाद उन्होंने कहा, कि “मार्कशीट काउंसलिंग के लिए बेहद जरूरी है। इसके बिना काउंसलिंग की अनुमति नहीं दी जा सकती है। मार्कशीट आ जाए तो छात्र सेकेंड काउंसलिंग में शामिल हो सकते हैं” |

ये भी पढ़ें: NCTE ने 4 वर्षीय बीएड की मान्यता प्रक्रिया रोकी

Advertisement