आपको बता दे कि सड़कों पर पैदल यात्रा कर रहे या फंसे हुए लोगों के बारे में 112 को आप भी सूचित कर सकतें हैं । ऐसे कई लोग हैं जो सड़कों/ हाइवे पर हैं, उनकी मदद करने के लिए जरूरी है कि वे सूचित कर सकें ताकि सरकार उनकी मदद कर सके। आप स्वयं फंसे हैं या किसी को फंसा देख रहे हैं तो भी 112 पर कॉल कर बताएं या वॉट्सऐप: 7570000100 पर सूचना दे कर मदद कर सकते हैं आप निम्न फॉर्मेट में… क्योंकि 112 पर इस समय लोड अधिक है वॉट्सऐप पर आप लिख भेजेंगे तो आसानी होगी। कुछ इस तरह से दें जानकारी: नाम, फोन नंबर, कहां फंसे हैं, कहां से आ रहे हैं, कहां जाना है। सरकार आपकी हर संभव मदद करेगी: असीम अरुण, एडीजी 112
लॉकडाउन: भावुक हुए लोग इन तस्वीरों को देख कर
राजस्थान के दौसा के रहने वाले मजदूर जो गाजियाबाद में काम करते थे, वह लॉकडाउन के बाद पैदल ही वापस लौट रहे हैं। इनमें से एक रामलाल कहते हैं, ‘हम दिहाड़ी मजदूर हैं। खाने का कोई इंतजाम नहीं है। हम पार्क में ठहरते हैं। हमें दौसा पहुंचने में तीन दिन लगेंगे।’
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से देश में लॉकडाउन है। इसकी वजह से कई लोगों को खाने को खाना तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे लोगों की मदद करने के लिए प्रयागराज के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में पुलिसकर्मियों ने जरूरतमंदों के लिए खाना तैयार किया।
लॉकडाउन क्या होता है, आखिर क्यों किया जाता है – जाने सब कुछ यहाँ
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या अब 700 के पार जा चुकी है। इस वायरस से अबतक 727 लोग संक्रमित हुए हैं। स्थितियों से निपटने के लिए देश में लागू 21 दिनों के लॉकडाउन का पालन करने की सभी से अपील की जा रही है।
केंद्र ने राज्यों से कहा, कड़ाई से लागू करें लॉकडाउन साथ ही उल्लंघन पर करें