उन्नाव केस मामले में शुक्रवार 2 अगस्त को सुनवाई में एक बड़ा फैसला लिया गया हैं| बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने रायबरेली जेल में बंद उन्नाव रेप पीड़िता के चाचा को दिल्ली के तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने का आदेश दे दिया है| शुक्रवार 2 अगस्त को मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच द्वारा यह आदेश जारी कर दिया गया है| बताया जा रहा है कि, पीड़िता के वकील द्वारा चाचा की जान को खतरा है, इसलिए सुरक्षित रखने के लिए उन्हें तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने की मांग रखी गई थी|
पीड़िता की तरफ से पेश हुए वकील बी राजशेखरन ने कोर्ट में अपील में पीड़िता के चाचा की सुरक्षा का हवाला दिया और साथ ही उन्हें तिहाड़ जेल शिफ्ट करने की गुजारिश भी की| इसके जवाब में यूपी सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, कि इसमें उन्हें कोई आपत्ति नहीं है| इसी के बाद बड़ी बेंच ने पीड़िता के चाचा को तिहाड़ जेल शिफ्ट करने का आदेश जारी कर दिया|
इन दिनों जीवन और मौत का संघर्ष कर रहीं रेप पीड़िता को कोर्ट ने और भी बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एयरलिफ्ट करने की भी सुनवाई की है| इस मामले में सीबीआई ने कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया कि, परिजनों का कहना है कि पीड़िता अभी बेहोश है| वे लखनऊ में हो रहे इलाज से संतुष्ट हैं| इसी के साथ बताया कि, परिजनों ने यह भी मांग रखी कि इमरजेंसी की हालत में उन्हें इसे सुप्रीम कोर्ट में मेंशन कराने की अनुमति मिलनी चाहिए| वहीं यूपी सरकार की तरफ से बताया गया है कि, पीड़िता की हालत में सुधार हो रहा है| सुप्रीम कोर्ट ने परिवार से कहा कि, किसी भी आपात स्थित में वे कोर्ट आ सकते हैं|
अब दूसरी बार इस मामले पर सोमवार 5 अगस्त को सुनवाई की जाएगी| वहीं इससे पहले गुरुवार 1 अगस्त को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अगुआई वाली बेंच ने कहा कि, पीड़िता से जुड़े पांचों केस दिल्ली ट्रांसफर किए जाएं| इनमें गैंगरेप, पीड़िता के पिता की कस्टडी में मौत, सड़क हादसे के केस शामिल हैं| इनकी सुनवाई तीस हजारी कोर्ट में जिला जज धर्मेश शर्मा करेंगे| ट्रायल शुरू होने पर इन्हें 45 दिन में निपटाया जाए|
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