कानपुर लोकसभा चुनाव में किन प्रत्याशियों की है सीधी टक्कर, क्या है यहाँ के मुद्दे

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उत्तर भारत के आद्यौगिक नगरी के नाम से कानपुर जाना जाता है| कानपुर लोकसभा सीट पर आजादी के बाद से स्थानीय सांसदों का बोलबाला रहा है| कानपुर के मतदाताओं ने अभी तक स्थानीय प्रत्याशियों पर ही भरोसा किया है| बीजेपी ने अपने जीते हुए कैंडिडेट डॉ मुरली मनोहर जोशी का टिकट काटते हुए स्थानीय विधायक सत्यदेव पचौरी पर दांव लगाया है और कांग्रेस ने एक बार फिर से श्रीप्रकाश जायसवाल को प्रत्याशी घोषित किया है|

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कानपुर लोकसभा सीट पर सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस की ही लड़ाई है बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां यह अच्छी तरह से जानती है कि स्थानीय नेता ही यहां पर सबसे ज्यादा प्रभावशाली हो सकते हैं|

नोट:- कानपुर क्षेत्र में मतदान चौथे चरण के अंतर्गत 29 अप्रैल को होगा|

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कानपुर लोकसभा चुनाव डेट

निर्वाचन आयोग द्वारा 29 अप्रैल को कानपुर लोकसभा के लिए मतदान कराये जायेंगे| यहाँ पर बीजेपी और कांग्रेस ने कमर कस ली है यहाँ पर सीधी टक्कर इन्हीं दलों के बीच में है|

क्या है यहाँ के मुद्दे

कानपुर लोकसभा में बिजली, पानी, ट्रैफिक जाम और गन्दगी मुख्य मुद्दा है, यहाँ पर चमड़ा फैक्ट्री का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है, जिस कारण यहाँ पर शहर में गंदगी बढ़ रही है|

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