इस बार लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने अधिकारिक रूप से समाजवादी पार्टी (एसपी) के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया है। मायावती ने एसपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, लोकसभा चुनाव के बाद सपा का व्यवहार देखकर लगा कि ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव नहीं है।
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बीएसपी सुप्रीमो ने आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ने की घोषणा भी की। बीएसपी सुप्रीमो ने एसपी से किनारा करने को लेकर मीडिया पर चल रही खबरों को गलत ठहर दिया है। इस तरह यूपी के दो बड़े सियासी दलों का गठबंधन 6 महीने में ही टूट गया।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘बीएसपी की ऑल इंडिया बैठक कल (रविवार) लखनऊ में ढाई घंटे तक चली। इसके बाद राज्यवार बैठकों का दौर देर रात तक चलता रहा, जिसमें मीडिया नहीं था, फिर भी बीएसपी प्रमुख के बारे में जो बातें मीडिया में फ्लैश हुई हैं, वे पूरी तरह से सही नहीं हैं, जबकि इस बारे में प्रेसनोट भी जारी किया गया था।’
अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘वैसे भी जगजाहिर है कि एसपी के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन 2012-17 में एसपी सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरुद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में एसपी के साथ गठबंधन धर्ममायावती को पूरी तरह से निभाया, लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद एसपी का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है।’
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