UPSC से एक बड़ी खबर सामने आई हैं| बता दें, कि यूपीएससी सिविल सर्विस की प्रारंभिक परीक्षा में में बदलाव होने की पूरी संभावनाएं है, क्योंकि संघ लोक सेवा आयोग ने भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को सिविल सर्विस की परीक्षा से एप्टीट्यूट टेस्ट (सी-सैट) के पेपर को हटाने का प्रस्ताव दिया है। यूपीएससी ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि, सी-सैट का पेपर समय की बर्बादी है। इसके साथ ही कहा कि, जो विद्यार्थी यूपीएससी का फॉर्म भरकर परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।
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साल 2011 से सिविल सर्विस की प्रारंभिक परीक्षा में एक और परीक्षा कराई जाती रही है, जिसमें वैकल्पिक विषयों के पेपर की जगह सिविल सर्विस एप्टीट्यूट टेस्ट (सी-सैट) का एक पेपर होता था। इसके तहत अगले राउंड में अभ्यर्थियों का चयन दूसरे पेपर के आधार पर होता है | जिसमें करंट अफेयर और सामान्य ज्ञान के सवाल दिए जाते है। सी-सैट पेपर में अभ्यर्थियों को पास होने के लिए केवल 33 प्रतिशत अंक लाने होते हैं, लेकिन इस बार इसे हटाया जा सकता है|
रीजनिंग और अंग्रेजी के प्रश्न होने के कारण विद्यार्थियों का कहना है कि, यह पेपर सिर्फ कान्वेंट और इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को फायदा पहुंचाता है। वहीं यूपीएससी के अधिकारियों का कहना है कि एप्टीट्यूट टेस्ट के पेपर को यूपीएससी के सिलेबस में सिर्फ जोड़ने के लिए शामिल किया गया है।
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