20 फरवरी सुबह 8 बजे के आस-पास देश की राजधानी दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किये गये है| गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, सोनीपत, गाजियाबाद समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में इसका असर दिखाई पड़ा| इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापने पर 3.9 निकली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अभी तक भूकंप की वजह से किसी तरह के नुकसान या और कोई बड़ी खबर सामने नहीं आई है| इसके अतिरिक्त मेरठ में भूकंप के झटकों का असर हुआ है, और हरियाणा के भी कई जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये है |
भूकंप के झटके काफी हल्के होनें के कारण किसी भी प्रकार की बड़ी क्षति नही हुई है| वहीं दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, सोनीपत में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं| यूरोपियन-मेडिटेरेनियम सीस्मोलॉजिकल सेंटर (European-Mediterranean Seismological Centre) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापने पर 4 निकली है।
आपको जानकारी दें दे कि दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई इलाके भूकंप के लिहाज से खतरनाक इलाकों के अंतर्गत आते हैं। खासकर भूकंप के लिहाज से देश का सबसे खतरनाक इलाका सिस्मिक जोन 5 (पांच) है|
सिस्मिक जोन 5
सिस्मिक जोन 5 का यहाँ अर्थ हैं, आठ की तीव्रता से अधिक का भूकंप आने की सम्भावना होती है| इस जोन के अंतर्गत देश का पूरा नॉर्थ ईस्ट इलाका, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तरांचल के इलाके, गुजरात का कच्छ, उत्तर बिहार और अंडमान निकोबार द्वीप आते है।
पृथ्वी बारह टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है, जिसके नीचे तरल पदार्थ लावा के रूप में है। ये प्लेटें लावे पर तैर रही होती हैं। इनके टकराने से ही भूकंप आते हैं। प्रत्येक वर्ष यह प्लेट्स करीब 4 से 5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं, और ये प्लेट्स जब एक-दूसरे से टकरा जाती हैं, तो भूकंप आ जाता हैं।