अयोध्या मामला लोकसभा चुनाव के बीच एक बार फिर चर्चा में आ गया है। सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले पर आज शुक्रवार को सुनवाई होगी। शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर एक नोटिस पोस्ट किया गया है। बता दें, कि 8 मार्च को देश के सबसे बड़े कानूनी विवाद- अयोध्या भूमि पर मालिकाना हक को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता की इजाजत दे दी थी| मध्यस्थों की जो कमेटी गठित हुई थी, उनमें जस्टिस खलीफुल्ला, वकील श्रीराम पंचू और आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर शामिल हैं|
इस कमेटी के चेयरमैन जस्टिस खलीफुल्ला हैं| सबसे अहम् बात यह है, कि 8 मार्च को मध्यस्थता प्रक्रिया के आदेश के बाद पहली बार सुप्रीम कोर्ट में राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस मामले की सुनवाई होगी। मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अयोध्या भूमि विवाद पर तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति ने उच्चतम न्यायालय को सीलबंद लिफाफे में अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है, तथा इस प्रकरण पर सुनवाई लगभग साढ़े दस बजे शुरू होगी, अब यह देखने वाली बात होगी कि मध्यस्थता पैनल की रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
पीठ ने मध्यस्थता के लिए फैजाबाद को चुना था, तथा पैनल को आठ सप्ताह में कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया था। कोर्ट ने अपने निर्णय में फैजाबाद में ही मध्यस्थता को लेकर बातचीत करने के भी निर्देश दिए थे। साथ ही जब तक बातचीत का सिलसिला जारी रहेगा, गोपनीयता का पूरा ध्यान रखने को कहा गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पैनल में शामिल किसी भी सदस्य या संबंधित पक्ष ने कोई जानकारी शेयर नहीं की है। ऐसे में आज सबकी नजरें सुप्रीम कोर्ट पर रहेंगी।
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