27 फरवरी को सुबह ही जम्मू-कश्मीर के बडगाम में एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया और उस हैलीकॉप्टर में कानपुर के बूढ़े माँ-बाप का इकलौता बेटा मौजूद था जो इस हादसे में शहीद हो गया | शहीद हुए दीपक 20 दिन की छुट्टी बिताने के बाद एक हफ्ते पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। कानपुर का यह लाल MI-17 हेलीकॉपटर क्रैश में शहीद हुए बेटे के बूढ़े पिता अपना गम नहीं छिपा पा रहें हैं |
शहीद हुआ यह लाल अपनी माँ से वादा करके गया था कि जब मैं अगली बार छुट्टियों में घर आउंगा तो अपनी शादी करने के लिए आपकी पसंद की लड़की देखूंगा और उसी से शादी करूंगा लेकिन ये सारी खुशियाँ तो हर किसी नसीब को नहीं हो पाती हैं | वहीं बुधवार को दीपक के घर दोपहर बाद आया फोन पूरे परिवार को ऐसा गम दे गया कि जो भूला नहीं जा सकता है | फ़ोन आने के बाद माँ के होस उड़ गये और माँ की चीत्कार से आसपास के लोगों की भी आँखे भर आई और बूढ़े पिता भी अपने गम को छिपा नहीं पा रहें हैं |
दीपक कुमार की उम्र अभी केवल 27 वर्ष ही थी और शहीद हुआ यह जवान कानपुर के मंगला विहार-2 का रहने वाला है जिसने 2013 में एयरफोर्स की नौकरी जॉइन की थी। जब दीपक अपने घर 20 दिन की छुट्टी के लिए आया था तो उसने अपना घर बनवाने के काम में और तेजी बढ़ा दी थी | माँ के इस लाल ने मंगलवार शाम 8 बजे मां रमा से फोन पर सब कुछ कुशल मंगल बताया था।
बेटे के गम में डूबी माँ अपने आंसू रोक ही नहीं पा रही हैं और वहीं मौजूद लोगों से रो-रोकर कह रही हैं की’मेरा बेटा कह रहा था कि अगली बार जब मैं घर आउंगा तो आपकी पसंद वाली लड़की के साथ शादी करूंगा | अब मेरा लाल कब आएगा?