एक लंबे इंतजार के बाद अब भारत ने पहला राफेल विमान पाने में सफलता हासिल कर ली है | मंगलवार 8 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शस्त्र पूजा करते हुए पहले राफेल विमान को रिसीव कर लिया है| इसके साथ ही अब भारत आसमान में और भी अधिक शक्तिशाली हो गया है| वहीं, जानकारी देते हुए बता दें कि, भारतीय वायुसेना को सौंपने में राफेल विमान को अभी काफी लंबा समय लगेगा क्योंकि, इसके लिए अभी सबसे पहले भारतीय वायुसेना के जवानों की ट्रेनिंग शुरू की जाएगी|
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बता दें कि, भारत फ्रांस से कुल 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीद रहा है, जिसमें से राजनाथ सिंह ने मंगलवार को इसी किस्त का पहला विमान रिसीव किया है| हालांकि, अभी ये विमान केवल आधिकारिक तौर पर हैंडओवर किया गया है, इसलिए ये अभी फ्रांस में ही रहेगा, जहां वायुसेना के जवान इसकी ऑपरेशनल ट्रेनिंग लेने का काम करेंगे|
सबसे पहले भारत को 36 विमानों में से 4 विमानों की पहली किस्त मई 2020 तक दे दी जाएगी| जिसके बाद ये विमान हिंदुस्तान की धरती पर आ जाएंगे| फिर बाद में इस्तेमाल में लाने में ये फरवरी 2021 तक पूरी तरह से ऑपरेशनल हो पाएंगे|
अब पूरे 36 विमान सितंबर, 2022 तक भारत पहुंच सकते है इसका मतलब है कि, अगले तीन साल में सभी 36 राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंचने में सम्भव हो जाएंगे| जो कि वायुसेना को दमदार बनाने के लिए काफी रहेंगे| भारत-फ्रांस के बीच हुई डील में विमान की कीमत 59 हजार करोड़ रुपये खी गई थी|
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