सोमवार 8 अप्रैल को फ्रांस को फेसबुक, गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों पर डिजिटल कर को लगाने के लिए फ्रांस के सांसदों से मंजूरी मिली है | वहीं इस बात को लेकर अमेरिका ने अपनी नाराजगी जताई है। फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ले मायरा ने कहा कि फ्रांस को इस तरह का कदम उठाने पर गर्व है। बता दें कि अमेरिका ने फ्रांस से इस योजना को टालने के लिए कहा था। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना था कि यह योजना अमेरिकी कंपनी और फ्रांस के नागरिकों दोनों को प्रभावित करेगा , जो इन मंचों का इस्तेमाल करते हैं।
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नैशनल एसेंबली में इस प्रस्ताव को 55 मत के साथ मंजूरी प्रदान की गई है | वहीं इसमें मतदान में 5 सांसद शामिल नहीं हुए हैं | इसे कानून बनने से पहले सीनेट या उच्च सदन में मतदान के लिए रख दिया जाएगा और इस कानून का नाम ” गाफा ” (गूगल , अमेजन , फेसबुक और एपल) दिया गया है।
इसके अलावा फ्रांस के वित्त मंत्री ने संसद में मतदान से पहले कहा कि, ” फ्रांस को इस तरह विषयों पर अगुवाई करने में गर्व महसूस हो रहा है। यह मसौदा 21 वीं सदी के लिए अधिक प्रभावी और निष्पक्ष कर प्रणाली की दिशा में एक कदम है।” इसी के साथ कहा कि यह “अस्वीकार्य” है कि डिजिटल क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां उपभोक्ताओं के आंकड़ों से अधिक लाभ मिलता है परन्तु ” फ्रांस में होने वाले लाभ पर विदेश में कर लगाया जाता है।
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