गाजियाबाद की सीट बाहरी नेताओं को क्यों है सबसे ज्यादा पसंद

0
433

गाजियाबाद ऐसी सीट है जहाँ बाहरी नेता ही चुनाव के लिए मैदान में उतरते नजर आते है, जबकि एनसीआर के लोकसभा क्षेत्रों में गाजियाबाद सबसे छोटी सीट है । इसके बावजूद भी यहां बाहरी और वीआईपी नेता ही चुनाव लड़ने के लिए आते हैं।

Advertisement

जानकारी देते हुए बता दें कि इस क्षेत्र के पड़ोसी जिला गौतमबुद्ध नगर संसदीय क्षेत्र में  विधानसभा की 5 सीटे हैं और एनसीआर के 2 अन्य शहरों गुड़गांव और फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्रों में विधानसभा की 9-9 सीटें हैं। यदि इन क्षेत्रों की तुलना करें तो ऐसे में गाजियाबाद में केवल 4 विधानसभाएं हैं। जैसे- गाजियाबाद, साहिबाबाद, मुरादनगर और लोनी |

यह भी पढ़े: लोकसभा चुनाव 2019 : सपा-बसपा गठबंधन में तय हुईं सीटें देखें पूरी लिस्ट

बीजेपी या कांग्रेस ही गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवार खड़ी करती आ रही है। वहीं एनसीआर के दूसरे शहर फरीदाबाद, गुड़गांव या गौतमबुद्ध नगर में बीजेपी अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को उतारते है। 2009 के लोकसभा चुनाव में  राजनाथ सिंह गाजियाबाद से एमपी बने थे, तो वहीं 2014 में जनरल वी.के. सिंह ने सीट हासिल की थी। 

इसी प्रकार से 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गांधी परिवार के काफी करीबी सुल्तानपुर जिले के निवासी केएन सिंह को यहां से चुनाव में खड़ा किया था और वह सांसद बन गये थे और 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गांधी परिवार के करीबी सिनेमा स्टार राज बब्बर को चुनावी मैदान में उतारा गया था |

यह भी पढ़े: लोकसभा चुनाव 2019: यूपी में प्रियंका और सिंधिया को मिली इन सीटों की जिम्मेदारी – जानिए पूरी लिस्ट

Advertisement