दलित संगठन भीम आर्मी मायावती द्वारा दिए गये बयान से नाराज होकर समुदाय के सदस्यों से सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान मसूद का समर्थन करने का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान से बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), समाजवादी पार्टी (एसपी) और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) गठबंधन को बड़ा झटका लगने की संभावना है। भीम आर्मी के अनुसार, मायावती के भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के बारे में दिए गए बयान के बाद ही यह ऐलान किया गया है।
जानकारी देते हुए बता दें, कि कुछ दिन पहले ही बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने अपने एक बयान में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का एजेंट बताया था, इसके साथ ही उन पर दलित वोटों को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। जिससे अब भीम आर्मी ने सहारनपुर से कांग्रेस कैंडिडेट इमरान मसूद के लिए वोट देने को कहा है|
सहारनपुर में बीएसपी-एसपी-आरएलडी गठबंधन ने फजुलर्रहमान को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं बीजेपी सांसद राघव लखनपाल एक बार फिर यहाँ से सांसद बनने की कोशिश कर रहें हैं| रविवार 7 अप्रैल को देवबंद में एक संयुक्त रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने मुस्लिम मतदाताओं से गुजारिश करते हुए कहा था, कि रहमान को एकजुट होकर वोट दें और उनका वोट बंटना नहीं चाहिए।
इस पर भीम आर्मी के एक नेता ने आरोप लगाते हुए कहा, कि बीएसपी-एसपी कार्यकर्ताओं ने रैली में चंद्रशेखर की तस्वीर लेकर आए और साथ में कुछ दलितों के साथ मारपीट करते हुए उनके पोस्टर फाड़े। इसी के साथ कहा, ‘जब कोई भीम आर्मी के समर्थन में नहीं आया, तब मसूद ने उसकी मदद की थी।’
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